हैलो दोस्तों आज के इस Bajrang Baan PDF Hindi लेख में आप सब का स्वागत है ।
अगर आप Bajrang Baan पाठ करना चाहते हैं तो आप सही पोस्ट पर आए हैं । इस पोस्ट में हम आपको Bajrang Baan PDF Hindi फ्री मे प्रदान करने के साथ ही पाठ के लाभ और पठन की बिधी अथबा नियम बताने वाले हैं
आज के इस post में हम आपलोगों को Bajrang Baan PDF Hindi फ्री में उपुलब्ध कराने बाले हैं । Bajrang Baan PDF Hindi का डायरेक्ट डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है उस लिंक पे क्लिक करके आप PDF डाउनलोड कर सकते हैं ।
PDF Details
PDF Name |
Bajrang Baan PDF Hindi |
Write Name |
Goswami Tulsidas |
Language | Hindi |
PDF Size | 166 KB |
No of Pages | 3 |
Bajrang Baan PDF Hindi / बजरंग बाण क्या है?
बजरंग बाण भगवान हनुमान को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है, जिसका जरूरत के समय या फिर परिस्थिति जब जटिल हो , जब प्राण पे संकट बन आए या कोई बुरी शक्ति परिसान कर रही हो और अपने पास कोई दूसरा उपाय न हो तभी सुरक्षा और शक्ति के लिए इस मंत्र का पाठ किया जाता है।
गोस्वामी तुलसीदास जी ने बजरंग बाण की रचना की थी । कहा जाता है की जब तुलसीदास जी ने रामचरितमानस का निर्माण किया था तब उसका खूब बिरोध हुआ था, उनके आश्रम क ऊपर चोर भेजे गए रामचरितमानस चुराने के लिए, उनके आश्रम में आग लगा दी गई, रामचरितमानस जला दिए गए, उनके ऊपर तांत्रिक प्रयोग किए गए, उनको बदनाम करने की कोसीसे की गईं, तंत्र मंत्र तक भेजे गए उनके ऊपर। तब तुलसीदास जी को एसा लगा की भविसय् में ये लोग बहोत ज्यादा पनपेंगे तब इनको कुछ न कुछ करना चाहिए तब अलग ही इन्होंने रचना कर डाली जिसको आज हम बजरंग बाण के नाम से जानते हैं।
जब भूत प्रेतों से पीड़ित होंगे तब बजरंग बाण एक मात्र श्रेसठ उपाय है जो की आपको भूत प्रेतों से बचा सकता है । एबं आप भी इसके पाठ से आध्यात्मिकता की और बढ़ते हो । बजरंग बाण का पाठ संकट समय में एक ब्रह्मास्त्र की तरह काम करता है । तुलसीदास जी ने अपने लिए और उसके साथ समस्त मानब समाज की कल्याण के लिए इसकी रचना की थी ।
बहोत सारे लोग ये एक गलती करते हैं की बजरंग बाण का पाठ रोज करते हैं, जो की गलत है बजरंग बाण का पाठ रोज कभी भी नहीं करनी चाहिए क्यूँ की इसमे हनुमान जी को श्री राम की सौगंध दी जाती है हमारा काम सिद्ध कराने के लिए । ये पाठ बहोत ही जल्दी रिजल्ट देता है इसीलिए इसे रोज पाठ नहीं करनी चाहिए । अगर हम बिना हेतु के ही ये पाठ करते हैं तो इसका उल्टा असर भी हम पर हो सकता है, हनुमान जी हम पर नाराज भी हो सकते हैं
बजरंग बाण पाठ करने के नियम और बिधी / Bajrang Baan PDF Hindi
सबसे पहले आप को एक रूम में बैठ जाना है, अपने सामने श्री राम के दरबार एक फोटो रख सकते हैं तो बहुत अच्छी बात है हनुमान जी का छोटा सा बिगरह य मूर्ति भी रख लें, उसके बाद एक दिया जल लेना है, उसके पास में तांबे के एक कलस में पनि भर कर रख लेनी है । इतना करने के बाद हनुमान जी से प्रार्थना करनी है, संकल्प लेना है की – हे हनुमंत में ये पीड़ा में हूँ जिसका निबरण कहीं से भी नहीं हो रहा है, अब बात बहुत ही गंभीर हो गई है अब आप ही इसका निबारण कीजिए और पाठ में कोई भूल चूक हो तो मुझे ख्यमा कर दीजिएगा में श्री राम का नाम लेकर इस पाठ का आरंभ कर रहा हूँ ।
इसके बाद श्री राम के नाम की 108 बार जाप कर लीजिए या फिर एक माला भी कर सकते हैं । उसके बाद प्रार्थना कर के बजरंग बाणका पाठ आरंभ करना है ।
कुछ बिसेस बातों का ध्यान रखना होता है जैसे की अप मंगलबार अथबा सनिबार को इसका पाठ कर सकते हैं । पाठ 11 अथबा 21 बार करना है । अगर 21 बार लगातार पाठ कर सकें तब तो बहुत अछि बात है। अगर आप 21 बार पाठ कर लेते हैं तब आपको अपने आसपास एक ऊर्जा का संचार अनुभव होगा । इस पाठ में जब हम हनुमान जी को श्री राम का कसम देते हैं तो उनको बो काम करना ही पड़ता है । इसीलिए जब प्रारंभ में आप संकल्प लें तब सबसे पहले आपको हुनुमान जी से माफी माफी माँगनी है की कोई भी रास्ता नहीं दिख रहा है तभी ही हम बजरंग बाण पाठ कर रहे हैं ।
जब आप ये पाठ कर रहे हैं तब बीच में आपको उठना नहीं है। लगातार 21 बार पाठ करें और जब पाठ पूरा हो तब कलस मे जो पनि रखा था उस पनि को परिबार बालों को सबको पीला देना है और खुद भी थोड़ा सा पी लें । जब इस पाठ के जरिए हमारी अर्जी हनुमान जी के चरणों में पहुचती है तो हनुमान जी बहोत जी जल्दी उस संकट को दूर करदेते हैं । तुरंत ही आप को पीड़ा से राहत मिल जाएगी ।
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Bajrang Baan PDF Hindi
।। दोहा ।।
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करें सनमान । तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करें हनुमान।।
।। चौपाई ।।
जय हनुमंत संत हितकारी, सुन लीजै प्रभु अरज हमारी ।
जन के काज विलम्ब न कीजे, आतुर दौरि महासुख दीजै ।
जैसे कूदि सिंधु बही पारा, सुरसा बदन पैठि बिस्तारा ।
आगे जाइ लंकिनी रोका, मारेहु लात गई सुर लोका ।
जाये विभीषण को सुख दीन्हा, सीता निरखि परम पद लीन्हा ।
बाग़ उजारि सिंधु मह बोरा, अति आतुर यम कातर तोरा ।
अक्षय कुमार को मारि संहारा, लूम लपेटि लंक को जारा ।
लाह समान लंक जरि गई, जय जय धुनि सुर पुर मह भई ।
अब बिलम्ब केहि कारण स्वामी, कृपा करहु उर अंतर्यामी ।
जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता, आतुर होइ दु:ख करहुँ निपाता ।
जय गिरिधर जय जय सुख सागर, सुरसमूह समरथ भटनागर ।
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले, बैरहि मारु बज्र की कीले ।
गदा बज्र लै बैरहि मारो, महाराज प्रभु दास उबारो ।
ॐ कार हुंकार महावीर धावो, बज्र गदा हाउ विलम्ब न लावो ।
ॐ ह्रीं ह्रीं हनुमंत कपीसा, ॐ हूं हूं हूं हनु अरिउर शीशा ।
सत्य होउ हरि सपथ पायके, रामदूत धरु मारु धाय के ।
जय जय जय हनुमंत अगाधा, दुःख पावत जन केहि अपराधा ।
पूजा जप तप नेम अचारा, नहि जानत कछु दास तुम्हारा ।
बन उपवन मग गिरि गृह माही, तुमरे बल हम डरपत नाही ।
पाय परों कर जोरि मानवो, यह अवसर अब केहि गेहरावो ।
जय अंजनि कुमार बलवंता, शंकर सुवन धीर हनुमंता ।
बदन कराल काल कुल घालक, राम सहाय सदा प्रति पालक ।
भूत प्रेत पिसाच निशाचर, अग्नि बैताल काल मारीमर ।
इन्हे मारुं तोहि सपथ राम की, राख नाथ मर्यादा नाम की ।
जनक सुता हरि दास कहावो, ताकि शपथ बिलम्ब न लावो ।
जय जय जय धुनि होत अकाशा, सुमिरत होत दु:सह दुःख नाशा ।
चरण शरण करि जोरि मानवो, यही अवसर अब केहि गोहरावौं ।
उठु उठु चलु तोहि राम दोहाई, पाँय परों कर जोरि मनाई ।
ॐ चं चं चं चंपल चलन्ता, ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता ।
ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल। ॐ सं सं सहम पराने खल दल ।
अपने जन को तुरत उबारो, सुमिरत होय आनंद हमारो ।
यहि बजरंग बाण जेहि मारे, ताहि कहो फिरी कौन उबारो ।
पाठ करें बजरंग बाण की, हनुमत रक्षा करें प्राण की ।
यह बजरंग बाण जो जापै, तेहिते भूत प्रेत सब कापें ।
धुप देय अरु जपे हमेशा, ताके तन नहि रहें कलेशा ।
।। दोहा ।।
प्रेम प्रतीतिहि कपि भजे, सदा धरें उर धयान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्धि करें हनुमान।
FAQ’S –
- बजरंग बाण का जाप करने का सबसे अच्छा समय क्या है?
- दोपहेर 12 बजे से लेकरके 2 बजे के बीच में अथबा रात्री काल में बजरंग बाण का पाठ करना अत्यंत लाभ दायक होता है ।
- क्या कोई भी बजरंग बाण का जाप कर सकता है?
- जी हाँ कोई भी जब घोर संकट में फस जाए उससे निकाल ने की कोई रस्ता ही नजर न आए तभी भाव पूर्ण हृदय और संकल्प लेकर बजरंग बाण का पाठ कर सकता है ।
- क्या प्रतिदिन बजरंग बाण का जाप करने के लिए कोई अनुशंसित संख्या है?
- पहले तो प्रतिदिन बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए क्यूँ की इसमे हनुमान जी को श्री राम की सौगंध दी जाती है हमारा काम सिद्ध कराने के लिए । अगर आपकी पीड़ा ज्यादा ही बड़ी है और उससे बचने का और कोई उपाय नहीं है तभी आपको बजरंग बाण का पाठ 11 अथबा 21 बार करना है ।
- क्या बजरंग बाण का जाप करते समय कोई विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए?
- कुछ बिसेस बातों का ध्यान रखना होता है जैसे की अप मंगलबार अथबा सनिबार को इसका पाठ कर सकते हैं । पाठ 11 अथबा 21 बार करना है । जब आप ये पाठ कर रहे हैं तब बीच में आपको उठना नहीं है।
Conclusion
हमारा यह उम्मीद है कि आपको Bajrang Baan PDF Hindi download करने में कोई परेशानी नहीं आई होगी अगर कोई परेशानी आई हो तो हमको नीचे दिआगया ईमेल की जरिए से मैसेज कर सकते हो और हमारा यह पोस्ट आपको अच्छा लगा है तो एक फीडबैक जरूर देके जाएं । वेबसाइट visit करने के लिए बहोत बहोत धन्यवाद ।